लोकतंत्र लोकलुभावनवाद है, लेकिन ... लेकिन लोकतंत्र भी चालाक और खुफिया है. धूर्त कठपुतली कलाकारों भेड़ियों तृप्त और भेड़ बरकरार हैं कि इतना सफल सूअरों और भेड़ियों में हेरफेर.
नक़ल